सोमवार, 2 जून 2014

कहानी:- अनकही बेबसी


कहानी :- अनकही बेबसी 
आज उसे सिर्फ अपने ख़त्म होते भविष्य का इन्तजार था. आज उसने जिस काम को अंजाम दिया था उसके बारे में उसने कभी भी खयालो में भी नहीं सोचा था। आज वो बहुत ही कसमकस में था और उस दौरान उसने ऐसा कर ही दिया जिसके बारे में उसको और उसके किसी भी रिस्तेदार ने नहीं सोचा था 

 उसका भी खुशहाल परिवार था ,एक साल पहले उसने अपनी पसंद की शादी कर वो सब सपने सजाये थे जो हर युवा दिल में होते है. वह अपनी प्रेमिका से भी अधिक अपनी बीवी से प्यार करता था अपने व्यस्तम समय में भी अपनी बीवी का बहुत ज्यादा ध्यान रखता यह बात उसकी बीवी बहुत अच्छी तरह से जानती थी की वो उसके बिना एक पल भी नहीं रह सकता है। जब भी वो अपनी बीवी को मायके भेजता तो उसकी बीवी उसे वादा करके जाती थी की वह उसे अपनी कमी महसूस नहीं होने देगी. और उससे बात करती रहेगी एक ही शहर में रहने के बावजूद वो  अपनी बीवी से खूब बात करता था। एक बार उसने अपनी बीवी को एक महीने से ऊपर अपने से दूर उसके मायके भेजा उसी तरह उसकी बीवी ने उससे वादा किया की वो उससे बात करती रहेगी. समय गुजरने लगा वो सुबह और रात में बात करने लगा उसकी ससुराल में शादी का उत्सव होने की वजह से कई दिनों तक उसका फ़ोन उसकी बीवी ने नहीं उठाया वो अपने मन को समझाया। शादी हो चुकी वो फिर से उसे कई बार फ़ोन किया पर उसने कोई जवाब नहीं दिया. जब बात हुयी  तो उसकी बीवी ने यह कह कर किनारा कर लिया की वो बहुत व्यस्त है वो उससे इस तरह बात नहीं कर सकती उसके रिस्तेदार हसते है और मजाक उड़ाते है। जब उसे वक़्त होगा वो खुद उससे बात कर लेगी. ऐसा रवैया तीन चार दिन तक चलता रहा जब उसके फ़ोन का उसकी बीवी ने कोई जवाब नहीं दिया तब उसने अपने ससुर जी को और अन्य सदस्य को फोन लगाकर बात कराने की बात कही. अब की बार जब उसने बात की तो उसने अपनी बीवी से अपने दिल की बात बताया और यह भी कहा की उसके बिना उसका मन नहीं लगता और सिर्फ सुबह शाम वो यदि बात करेगी तो उसके दिल को सुकून मिल जाएगा. 

 उसने अपने प्यार के बदले सिर्फ अपनी बीवी से इतना ही माँगा था जब तक वह उसके पास नहीं थी इसकी जगह पर वो उसके घर में फोन नहीं करेगा इस बात का वादा किया. उसकी पत्नी दिल की बुरी नहीं थी पर अपने रिस्तेदारो के तानो से बचने के लिए बात नही कर रही थी पर वो इस बात से काफी नाराज और दुखी था की उसकी पत्नी' लोग क्या कहेंगे'इस बात को लेकर उसको इग्नोर कर रही थी वो काफी कसक से भर गया। उसने अपनी बीवी को बताया" देखो मै तुमसे बहुत ज्यादा प्यार करता हु एक प्रेमिका से भी ज्यादा ,तुम्हारे बिना नहीं रह सकता हूँ अब मै तुमसे बात नहीं करूंगा तो किससे करूँगा. लोगो और रिस्तेदारो का क्या है वो मजाक करते है तो उनको जवाब भी दे सकती हो. पर उनके लिए मुझसे बात ना करना सही नहीं है. और यदि उनको यह बात नहीं पता तो उन्हें बताओ की मेरे तुम्हारे बीच में पति पत्नी से बढ़कर प्यार है जो तुम जानती हो या मै., तब शायद वो मजाक नहीं उड़ायेंगे। उसकी पत्नी ने वादा किया की वो उससे दिन भर में एक बार बात जरूर करेगी. उसको अपनी बीवी पर फिर यकीन हुआ. एक दिन गुजरा ही था की फिर वाही मजाक उड़ाने वाली बात उसको अपनी बीवी से पता चलीअब उसने आव देखा ताव अपने प्यार की बेइज्जती करने वाले रिस्तेदारो को समझाने की सोच कर अपनी ससुराल गया. रिस्तेदारो से सिर्फ एक सवाल किया की वो लोग पति पति को आपस में बात करने को क्यों गलत समझते है और मजाक बनाते है. वो सब उसे दुनियादारी और हिन्दू संस्कृति की दुहाई उसने अपने मन हर बात उन सब के रखी. और मजाक न बनाने की रिक्वेस्ट की उसने महसूस किया की अब उसकी बीवी और मायके वाले सब फिर से उसके प्यार का मजाक उड़ाकर हसने लगे. उसका सब्र अब टूट चूका था उसने पिस्टल निकाली  और एक   तरफ से सब को खत्म  कर दिया उसके सामने उसकी बीवी की लाश थी अब सब कुछ खो चूका था वह उसने पुलिस को फ़ोन किया।

नदी के किनारे पुलिस की गाड़ी और हथकड़ी उसका इंतजार कर रही थी. खत्म हो चुका था सब उसे अपनी प्रेमिका से बढ़कर प्यारी बीवी के जाने का गम भी था और अपने प्यार की बेइज्जती करने वालो से बदला लेने की मन में शांति भी थी। 

अनिल अयान,सतना 

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